यह तस्वीर बहुत ही आकर्षक और अदिवितीय हे इस तसवीर में जंगल का राजा शेर कह रहा मप्र के शेर डॉ नरोत्तम मिश्रा से कि कहा लगे हो यार सियारों में बारूद खर्च कर रहे जबकि मप्र की जनता कह रही हमारा राजा दादा ही होना था।यह बात सच भी है यह ईश्चर की अनुपम कृति है कि डॉ नरोत्तम मिश्रा को इतना आकर्षक बनाया कि वो बिना किसी पद कुर्सी के ही राजा लगते है।आज मप्र में कोई एक इन्शान बता दे जो यह कह दे कि दादा के बंगले पर पहुंचकर खाली हाथ लौटा हो ।लेकिन राजनीति भी क्या क्या खेल दिखाती है जो दौड़ में शामिल ही नहीं हुए मंजिले उनको मिली पर इस बात का आक्रोश जनता में देखने सुनने मिल जाता है।प्रदेश में भाजपा को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी नरोत्तम मिश्रा ने यदि किसी को कान में कह दिया कल भाजपा में आ जाना तो वह सुबह माला पहनते ही दिखा है।।